जाहीर हो जाए वो दर्द कैसा, खामोशी ना समझ पाए वो हमदर्द कैसा ! 2.2k Views जाहीर हो जाए वो दर्द कैसा, खामोशी ना समझ पाए वो हमदर्द कैसा ! 6 Leave a Reply Cancel replyYou must be logged in to post a comment.