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आज हम बिछड़े है तो कितने रंगीले हो गए

आज हम बिछड़े है तो कितने रंगीले हो गए …..
मेरी आँखें सुर्ख , तेरे हाथ पीले हो गए …..
कब की पत्थर हो चुकी थी आँखें ….
मगर छू के देखा तो मेरे हाथ गीले हो गए …..

Ab nind se keh do ke humse dosti kar le

दुनीय भर की यादो में हमें न भुला देना